Join us on Telegram

About Us

Soundarya Lahari PDF in Hindi

सौन्दर्य लहरी हिन्दी में | Soundarya Lahari PDF in Hindi

Updated On:

Category: Religious

5/5 - (6 votes)

‘सौन्दर्य लहरी पुस्तक हिंदी पीडीऍफ़’ PDF Quick download link is given at the bottom of this article. You can see the PDF demo, size of the PDF, page numbers, and direct download Free PDF of ‘Soundarya Lahari PDF in Hindi’ using the download button.

सौन्दर्य लहरी हिन्दी में

सौन्दर्य लहरी का महत्व
“सौन्दर्य लहरी” शंकराचार्य द्वारा रचित एक दिव्य स्तोत्र है, जिसमें भगवती की उपासना के गूढ़ रहस्य, योग साधनाओं की उपयुक्तता, और उनके उदात्त स्वरूप का विस्तारपूर्वक वर्णन किया गया है। यह ग्रंथ साधकों के लिए अत्यंत उपयोगी है, जो अध्यात्म और योग साधना के मार्ग पर आगे बढ़ना चाहते हैं।

श्री आद्य शंकराचार्य ने अपने महान ग्रंथ “सौन्दर्य लहरी” में श्री आदि शक्ति, मूल माया और शुद्ध विद्या का तालिक, भौतिक और आध्यात्मिक सगुण रूप में रसगर्भित, मंजीत, और मनोहर वर्णन किया है।

भगवत्पाद श्री शङ्कराचार्य की ‘सौन्दर्य लहरी’ श्री विद्या ललिता महात्रिपुरसुन्दरी का एक महत्वपूर्ण सिद्ध स्तोत्र तो है ही-त्रिपुरागम सिद्धान्त का रहस्यमय सुन्दर दार्शनिक काव्य भी है। इसका महत्व इससे सहज ही अवगत हो जाता है कि संस्कृत में इस स्तोत्र पर अनेक विद्वानों की टोकाएँ एवं व्याख्याएँ सुलभ हैं।

यया लक्ष्मीधर की ‘लक्ष्मीधरी’, कामेश्वर सूरि की ‘अरुणामोदनी’, कैवल्याश्रम को ‘सौभाग्य वर्द्धिनी’, रामकवि को ‘डिमडिम’, नरसिंह ठाकुर की ‘गोपालसुन्दरी’ इत्यादि। इसकी एक टीका सुरेश्वराचार्य की भी है जो श्रृङ्गेरी मठ के पुस्तकालय में सुरक्षित है।

आचार्य भास्कर राय की टीका का भी उल्लेख पाया जाता है पर यह प्राप्त नहीं है। हिन्दी, गुजराती मराठी, इसकी व्याख्याएँ है। अंग्रेजी में भी इस पर कई टीकाएँ एवं स्वतन्व लेख है। हाल में ही लन्दन से प्रकाशित एक सौन्दर्य- लहरी मेरे देखने में आयी है, जिसमें अंग्रेजी टीका के अतिरिक्त संस्कृत के श्लोक दिये गये हैं और उन पर कुछ चित्र भी है।

हिन्दी ब्रजभाषा पद्मों में इसके दो एक अनुवाद हुए हैं, परन्तु खड़ी बोली को हिन्दी कविता में इसका कोई अनुवाद अभी तक मेरे देखने में नहीं आया। ‘सरस्वती’ के भूतपूर्व सम्पादक श्रद्धेय श्री पण्डित देवीदत्त जी के आदेशानुसार मैने प्रस्तुत पद्यानुवाद खड़ी बोली में किया है। यह कैसा बना, वह तो हमारे विज्ञपाठक ही समझ सकते हैं। मैं इस विषय में क्या कह सकता हूँ? क्योंकि “निज कवित्त किहिं लाग न नीका”।

श्रीमच्छंकर भगवत्पाद की जीवन झांकी और सौन्दर्य लहरी
अद्वैत स्थापनाचार्य शंकरं लोक सद्गुरुम् प्रस्थानत्रयभाष्यादि ग्रंथकार नमाम्यहम्।
“मैं उन आदि शंकराचार्य को प्रणाम करता हूँ, जो अद्वैत वेदांत के महान प्रवर्तक, लोक गुरु, और प्रस्थानत्रयी (उपनिषद, भगवद्गीता, ब्रह्मसूत्र) के भाष्यकार हैं।”

शंकराचार्य का जीवन परिचय
शंकराचार्य का जन्म 788 ई. में केरल के कालडी नामक स्थान में वैशाख शुक्ल दशमी को हुआ। उनकी माता का नाम आर्या और पिता का नाम शिवगुरु था। वे बाल्यकाल से ही अद्वितीय प्रतिभा के धनी थे। ऐसा कहा जाता है कि उन्होंने अपनी बाल्यावस्था में ही सौन्दर्य लहरी जैसे महान स्तोत्र की रचना कर दी थी।

सौन्दर्य लहरी का विभाजन
“सौन्दर्य लहरी” को दो भागों में विभाजित किया गया है:

  1. आनन्द लहरी (प्रथम 49 श्लोक)
  2. सौन्दर्य लहरी (अगले 54 श्लोक)

आनन्द लहरी में चितिशक्ति और कुण्डलिनी का वर्णन अत्यंत सुंदर और स्पष्ट रूप में किया गया है। यह पाठक के चेतना स्तर को झकझोरता है और आत्मा के अस्तित्व को स्वीकार करने के लिए प्रेरित करता है।

शंकराचार्य की रचना का आध्यात्मिक पक्ष
“सौन्दर्य लहरी” के श्लोकों में श्रीमद् भगवती की स्तुति इतनी गहन, स्पष्ट, और उन्नत है कि यह साधकों को आत्मानुभूति और योग साधना के लिए प्रेरित करती है। इसमें भक्ति, ज्ञान, और योग का अद्भुत संगम है।

शिव तांडव और मंत्रशास्त्र की व्याख्या
शिवजी के तांडव नृत्य और मंत्रशास्त्र पर शंकराचार्य की मौलिक व्याख्या मंत्रशास्त्र के साधकों के लिए अत्यंत उपयोगी है। स्वामी विष्णुतीर्थ महाराज द्वारा इस स्तोत्र की हिन्दी व्याख्या ने इसे और भी मूल्यवान बना दिया है।

साधकों के लिए सौन्दर्य लहरी का प्रभाव
इस स्तोत्र के नियमित पाठ और चिंतन से साधक के हृदय में अपार शांति, तेज, और ओज की अनुभूति होती है। यह स्तोत्र भक्ति और साधना के मार्ग पर चलने वालों के लिए एक दिव्य वरदान है।

“सौन्दर्य लहरी” के माध्यम से श्री आदि शंकराचार्य ने भारतीय दर्शन, तंत्र, योग, और मंत्रशास्त्र के गूढ़ रहस्यों को जनसामान्य के लिए सुलभ बनाया। इस ग्रंथ के अध्ययन से साधक अपने भीतर छिपी आध्यात्मिक चेतना का अनुभव कर सकते हैं।

मंगलकामना
आध्यात्मिक जिज्ञासुओं और साधकों के लिए इस ग्रंथ का प्रचार-प्रसार हो और यह उनके जीवन को दिव्यता और शांति से भर दे।

“सौन्दर्य लहरी” का सौन्दर्य-माधुर्य वास्तव में साधकों को आत्मिक उन्नति की ओर प्रेरित करता है।अमूल्य मार्गदर्शन प्रदान करता है। अतः, अष्टांग हृदयम का अध्ययन और अनुपालन सभी के लिए लाभदायक है।

सौन्दर्य लहरी पुस्तक हिंदी पीडीऍफ़ ( Soundarya Lahari PDF Hindi Book) के बारे में अधिक जानकारी:-

Name of Bookसौन्दर्य लहरी पुस्तक हिंदी PDF / Soundarya Lahari PDF in Hindi
Name of AuthorAdi Sankara
Language of BookHindi
Total pages in Ebook)415
Size of Book)19 MB
CategoryReligious
Source/Creditsarchive.org

नीचे दिए गए लिंक के द्वारा आप सौन्दर्य लहरी हिंदी पीडीऍफ़ ( Soundarya Lahari PDF in Hindi ) पीडीएफ डाउनलोड कर सकते हैं ।

Read More : – 1.कल्कि पुराण हिंदी पीडीएफ | Kalki Puran PDF in Hindi Book 2.गरुडपुराण हिंदी पीडीएफ | Sankshipt Garud Puran PDF in Hindi Book 3.शिव की वाणी – विज्ञान भैरव तंत्र हिंदी पीडीएफ | The Vigyan Bhairav Tantra PDF in Hindi Book 4.श्रीलिंगमहापुराण हिंदी पीडीएफ | Ling Puran PDF in Hindi Book 5.सम्पूर्ण कामसूत्र बुक पीडीएफ | Kamsutra Pustak Hindi PDF 6.रहस्य किताब | Rahasya the Secret Hindi

Also check these...

Namal Novel PDF

Namal Novel PDF – A Complete Review and Guide

Bhavishya Purana PDF

Bhavishya Purana PDF

Quran PDF in English

Quran PDF in English

Quran in Hindi in PDF

Quran in Hindi in PDF

Leave a Comment