Bajrang Baan PDF | श्री बजरंग बाण PDF

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श्री बजरंग बाण और Bajrang Baan PDF

हनुमान जी का नाम लेते ही हमारे दिलों में साहस और ऊर्जा का संचार होता है। भक्तों के लिए भगवान हनुमान की भक्ति अनंत और अपार शक्ति का स्रोत मानी जाती है। इसी भक्ति के अंतर्गत, “श्री बजरंग बाण” एक विशेष प्रार्थना है, जिसे श्रद्धालु अपनी विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए पढ़ते हैं। बजरंग बाण का पाठ करने से सभी तरह के भय, बाधाएं और नकारात्मकता दूर हो जाती हैं। इस पोस्ट में हम न केवल “श्री बजरंग बाण” के महत्व और लाभों को जानेंगे, बल्कि इसके Bajrang Baan PDF डाउनलोड करने का विकल्प भी प्रदान करेंगे, ताकि आप इसे कहीं भी और कभी भी पढ़ सकें।

श्री बजरंग बाण का महत्त्व

श्री बजरंग बाण को शक्ति और साहस का मंत्र कहा जाता है। यह बजरंगबली की स्तुति का एक अति महत्वपूर्ण पाठ है, जिसे विशेषकर संकटों और परेशानियों से मुक्ति पाने के लिए पढ़ा जाता है। हनुमान जी की पूजा और श्री बजरंग बाण का पाठ करने से न केवल आपके मनोबल में वृद्धि होती है, बल्कि यह आपको हर तरह की बुराई और नकारात्मक शक्तियों से बचाता है।

  1. समस्याओं से मुक्ति: बजरंग बाण का पाठ विशेष रूप से उन भक्तों द्वारा किया जाता है, जो शारीरिक, मानसिक या आध्यात्मिक समस्याओं का सामना कर रहे हैं।
  2. भय और बाधाओं को दूर करना: यह पाठ हर प्रकार की नकारात्मकता, डर और बाहरी बाधाओं से बचाता है।
  3. मानसिक शांति: यदि आपके मन में किसी भी प्रकार की अशांति है, तो बजरंग बाण का नियमित पाठ आपको मानसिक शांति प्रदान करता है।
  4. संकटों का निवारण: हनुमान जी को संकटमोचन कहा जाता है, और बजरंग बाण का पाठ उनके आशीर्वाद से सभी तरह के संकटों का निवारण करता है।

बजरंग बाण कैसे करें?

बजरंग बाण का पाठ करने के लिए, आपको एक शांत और पवित्र स्थान पर बैठकर श्रद्धा भाव से इसे पढ़ना चाहिए। इसे मंगलवार या शनिवार के दिन विशेष रूप से पढ़ा जाता है, लेकिन आप इसे रोजाना भी पढ़ सकते हैं। ध्यान रखें कि यह पाठ मन से किया जाए, तभी इसका पूरा लाभ मिलता है।

श्री बजरंग बाण का पाठ करते समय किन बातों का ध्यान रखें?

  • श्रद्धा और विश्वास: किसी भी धार्मिक अनुष्ठान में सबसे महत्वपूर्ण है श्रद्धा और विश्वास। जब आप पूरी निष्ठा के साथ हनुमान जी का स्मरण करते हैं, तभी आपको इसका साक्षात् फल प्राप्त होता है।
  • शुद्धता: पाठ करने से पहले खुद को शारीरिक और मानसिक रूप से शुद्ध रखें।
  • एकांत स्थान: पाठ करते समय ध्यान लगाएं और किसी भी बाहरी अवरोध से बचने का प्रयास करें।

श्री बजरंग बाण का पाठ इन हिंदी लिरिक्स | Shri Bajrang Baan Ka Paath in Hindi Lyrics

॥ दोहा ॥
निश्चय प्रेम प्रतीति ते, विनय करैं सनमान।
तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान॥

॥ चौपाई ॥

जय हनुमन्त सन्त हितकारी। सुन लीजै प्रभु अरज हमारी॥
जन के काज विलम्ब न कीजै। आतुर दौरि महा सुख दीजै॥
जैसे कूदि सिन्धु महिपारा। सुरसा बदन पैठि विस्तारा॥

आगे जाय लंकिनी रोका। मारेहु लात गई सुर लोका॥
जाय विभीषन को सुख दीन्हा। सीता निरखि परमपद लीन्हा॥

बाग उजारि सिन्धु महँ बोरा। अति आतुर यम कातर तोरा॥
अक्षय कुमार को मारि संहारा। लूम लपेट लंक को जारा॥

लाह समान लंक जरि गई। जय जय धुनि सुरपुर में भई॥
अब विलम्ब केहि कारन स्वामी। कृपा करहु उर अन्तर्यामी॥

जय जय लखन प्राण के दाता। आतुर होय दुःख हरहु निपाता॥
जय गिरिधर जय जय सुख सागर। सुर समूह समरथ भटनागर॥

ॐ हनु हनु हनु हनुमंत हठीले। बैरिहि मारु बज्र की कीले॥
गदा बज्र लै बैरिहिं मारो। महाराज प्रभु दास उबारो॥

ओंकार हुँकार महाप्रभु धावो। बज्र गदा हनु विलम्ब न लावो॥
ॐ ह्रीं ह्रीं ह्रीं हनुमंत कपीसा। ऊँ हुं हुं हुं हनु अरि उर शीशा॥

सत्य होहु हरि शपथ पायके। रामदूत धरु मारु जाय के॥
जय जय जय हनुमन्त अगाधा। दुःख पावत जन केहि अपराधा॥

पूजा जप तप नेम अचारा। नहिं जानत हौं दास तुम्हारा॥
वन उपवन मग गिरि गृह माहीं। तुम्हरे बल हम डरपत नाहीं॥

पांय परौं कर जोरि मनावौं। येहि अवसर अब केहि गोहरावौं॥
जय अंजनि कुमार बलवन्ता। शंकर सुवन वीर हनुमन्ता॥

बदन कराल काल कुल घालक। राम सहाय सदा प्रति पालक॥
भूत, प्रेत, पिशाच, निशाचर। अग्नि बेताल काल मारी मर॥

इन्हें मारु, तोहि शपथ राम की। राखउ नाथ मरजाद नाम की॥
जनकसुता हरि दास कहावो। ताकी शपथ विलम्ब ना लावो॥

जय जय जय धुनि होत अकासा। सुमिरत होत दुसह दुःख नाशा॥
चरण शरण कर जोरि मनावौं। यहि अवसर अब केहि गोहरावौं॥

उठु उठु चलु तोहि राम दुहाई। पांय परौं कर जोरि मनाई॥
ॐ चँ चँ चँ चँ चपत चलंता। ऊँ हनु हनु हनु हनु हनुमन्ता॥

ऊँ हँ हँ हाँक देत कपि चंचल। ऊँ सं सं सहमि पराने खल दल॥
अपने जन को तुरत उबारो। सुमिरत होय आनन्द हमारो॥

यह बजरंग बाण जेहि मारै। ताहि कहो फिर कौन उबारै॥
पाठ करै बजरंग बाण की। हनुमंत रक्षा करैं प्राण की॥

यह बजरंग बाण जो जापै। ताते भूत-प्रेत सब काँपै॥
धूप देय अरु जपै हमेशा। ताके तन नहिं रहै कलेशा॥

॥ दोहा ॥
प्रेम प्रतीतिहि कपि भजै, सदा धरै उर ध्यान।
तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान॥

Bajrang Baan PDF Download

यदि आप “श्री बजरंग बाण” का पाठ PDF में डाउनलोड करना चाहते हैं, तो हम आपके लिए एक आसान तरीका लेकर आए हैं। इस PDF के माध्यम से आप इसे अपने मोबाइल या कंप्यूटर पर कहीं भी और कभी भी पढ़ सकते हैं। नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके आप इसे मुफ्त में डाउनलोड कर सकते हैं।

आप चाहे अपने फोन पर हों या कंप्यूटर पर, इस PDF को डाउनलोड करके आप इसका पाठ कर सकते हैं। बजरंग बाण का यह सरल और सटीक PDF फॉर्मेट आपको इसकी बार-बार उपयोग करने की सुविधा देता है।

श्री बजरंग बाण PDF डाउनलोड करें

आप नीचे दिए गए लिंक से मुफ्त में श्री बजरंग बाण PDF डाउनलोड कर सकते हैं:

PDF का नामश्री बजरंग बाण
पृष्ठ संख्या2 पृष्ठ
PDF का साइज1 MB
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श्री बजरंग बाण का पाठ क्यों करें?

बजरंग बाण का नियमित रूप से पाठ करने से आपका आत्मविश्वास बढ़ता है और जीवन में आने वाली समस्याओं को हल करने की क्षमता मिलती है। आज के समय में जब जीवन में इतने तनाव और परेशानियां हैं, श्री बजरंग बाण का पाठ एक सशक्त साधन है जो हमें आंतरिक शक्ति प्रदान करता है। यह न केवल मानसिक बल को बढ़ाता है, बल्कि शारीरिक और आध्यात्मिक सुरक्षा का कवच भी है।

श्री बजरंग बाण का PDF क्यों महत्वपूर्ण है?

आज के डिजिटल युग में PDF का उपयोग करना बेहद सुविधाजनक है। आप इसे आसानी से अपने मोबाइल या लैपटॉप पर सेव कर सकते हैं और कहीं भी और कभी भी पढ़ सकते हैं। विशेषकर यदि आप यात्रा कर रहे हों, तो बजरंग बाण का PDF आपकी भक्ति को बनाए रखने में मदद करता है। PDF का यह रूप बेहद सरल और उपयोगी है।

निष्कर्ष

श्री बजरंग बाण एक असीम शक्ति का स्रोत है जो हनुमान जी के भक्तों को कठिन समय में सहारा देता है। इसका पाठ न केवल हमारे संकटों को दूर करता है, बल्कि हमें मानसिक शांति और बल भी प्रदान करता है। इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको “Bajrang Baan PDF” डाउनलोड करने की सुविधा भी दी है ताकि आप इसे कभी भी और कहीं भी पढ़ सकें। तो अब देर किस बात की? अभी डाउनलोड करें और अपने जीवन में हनुमान जी की कृपा का अनुभव करें।

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